CNC मशीन कैसे काम करती है?

CNC मशीन कैसे काम करती है?

CNC (Computer Numerical Control) मशीन एक कंप्यूटर नियंत्रित ऑटोमेटिक मशीन होती है, जो धातु (metal), लकड़ी, प्लास्टिक आदि को काटने, ड्रिल करने, शेप देने और फिनिश करने के लिए इस्तेमाल की जाती है।

काम करने की प्रक्रियाः

1. डिज़ाइन बनाना (CAD सॉफ़्टवेयर):

सबसे पहले जिस पार्ट को बनाना है, उसका डिज़ाइन CAD (Computer-Aided Design) सॉफ़्टवेयर से बनाया जाता है।

2. प्रोग्रामिंग (CAM सॉफ़्टवेयर):

CAD डिज़ाइन को CAM (Computer-Aided Manufacturing) सॉफ़्टवेयर में डाला जाता है, जहां से G-code तैयार होता है।

G-code एक कमांड भाषा होती है जो मशीन को बताती है कि टूल को कैसे चलाना है (किधर, कितनी स्पीड से, कितनी गहराई में आदि)।

3. मशीन सेटअपः

रॉ मटेरियल को मशीन में फिक्स किया जाता है और टूल्स को सही जगह लगाया जाता है।

4. ऑपरेशनः

मशीन G-code पढ़ती है और उसी के अनुसार कटिंग, ड्रिलिंग, मिलिंग या टर्निंग करती है। यह प्रक्रिया तेज़ और बहुत सटीक होती है।

CNC मशीन में आने वाली आम समस्याएं:

1. टूल का घिसना या टूटनाः

ज्यादा चलने से टूल ब्लंट (धुंधला) हो जाता है या टूट सकता है, जिससे क्वालिटी पर असर पड़ता है।

2. प्रोग्रामिंग में गलतीः

G-code में अगर गलती हो तो मशीन गलत दिशा में काम कर सकती है, जिससे पार्ट खराब हो जाता है।

3. मैकेनिकल खराबीः

मशीन के पार्ट जैसे बियरिंग, बॉल स्क्रू आदि घिस सकते हैं, जिससे वाइब्रेशन और सटीकता में कमी आती है।

4. इलेक्ट्रिकल समस्याः

मोटर, सेंसर या कंट्रोल यूनिट में गड़बड़ी आ सकती है। वोल्टेज फ्लक्चुएशन भी मशीन को डैमेज कर सकता है।

5. एलाइनमेंट की समस्याः

मशीन के हिस्से सही तरीके से सेट न हों तो प्रोडक्ट का साइज़ गलत हो सकता है।

6. कूलेंट सिस्टम में गड़बड़ीः

अगर कूलिंग ठीक से न हो तो टूल ज़्यादा गरम होकर टूट सकता है।

7. सॉफ्टवेयर क्रैश या अपडेट समस्याः

कंट्रोल सॉफ्टवेयर अगर क्रैश हो जाए या सही से अपडेट न हो तो मशीन रुक सकती है।

4

Post a Comment

और नया पुराने