ट्रांसफार्मर की सुरक्षा
ट्रांसफार्मर की सुरक्षा (Safety) के लिए कई उपाय किए जाते हैं ताकि यह ओवरलोडिंग, शॉर्ट सर्किट, ओवरहीटिंग और अन्य खतरों से बचा रहे। नीचे कुछ प्रमुख सुरक्षा उपकरण और तकनीकें दी गई हैं:
1. ओवरकरंट सुरक्षा (Overcurrent Protection)
फ्यूज (Fuse): अचानक हाई करंट आने पर सर्किट को तोड़ देता है।
सर्किट ब्रेकर (Circuit Breaker): ओवरलोड या शॉर्ट सर्किट होने पर ट्रिप हो जाता है।
2. तापमान नियंत्रण (Temperature Protection)
बुचहोल्ज़ रिले (Buchholz Relay): ऑयल-इमर्सड ट्रांसफार्मर में गैस लीकेज या ओवरहीटिंग का संकेत देता है।
थर्मल रिले (Thermal Relay): ट्रांसफार्मर के तापमान को मॉनिटर करके सुरक्षा प्रदान करता है।
ऑयल टेम्परेचर इंडिकेटर (OTI) और वाइंडिंग टेम्परेचर इंडिकेटर (WTI): तापमान अधिक होने पर अलार्म और ट्रिपिंग सिग्नल देते हैं।
3. वोल्टेज और करंट सुरक्षा
रिले प्रोटेक्शन (Relay Protection): ट्रांसफार्मर में अनियमित करंट या वोल्टेज की स्थिति में इसे डिस्कनेक्ट कर देता है।
डिफरेंशियल प्रोटेक्शन (Differential Protection): ट्रांसफार्मर के अंदर फॉल्ट होने पर तेजी से रेस्पॉन्स करता है।
अर्थ फॉल्ट रिले (Earth Fault Relay): अर्थिंग से जुड़ी समस्याओं को डिटेक्ट करता है।
. ऑयल और ब्रेथर सेफ्टी (Oil & Breather Safety) 4
ऑयल लेवल इंडिकेटर (Oil Level Indicator): ऑयल की मात्रा कम होने पर अलर्ट देता है।
सिलिका जेल ब्रेथर (Silica Gel Breather): हवा में नमी को सोखकर ट्रांसफार्मर ऑयल को सुरक्षित रखता है।
5. लाइटनिंग और सर्ज प्रोटेक्शन (Lightning & Surge Protection)
लाइटनिंग अरेस्टर (Lightning Arrester): बिजली गिरने से ट्रांसफार्मर को सुरक्षित रखता है।
सर्ज प्रोटेक्टर (Surge Protector): वोल्टेज स्पाइक्स को अवशोषित करता है।
6. ग्राउंडिंग (Earthing Protection)
ट्रांसफार्मर की बॉडी और न्यूट्रल को प्रॉपर अर्थिग दी जाती है जिससे शॉर्ट सर्किट या लीकेज करंट से बचा जा सके।
7. फायर प्रोटेक्शन (Fire Safety)
ट्रांसफार्मर में फायर प्रोटेक्शन सिस्टम लगाया जाता है, जैसे कि CO₂ गैस सिस्टम, वाटर स्प्रे सिस्टम आदि।
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